अशोक पागल वाक्य
उच्चारण: [ ashok paagal ]
उदाहरण वाक्य
- अशोक पागल द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक “कहाँ हो परशुराम ” का मंचन दिनांक ०४ जुलाई को रांची विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में किया गया।
- अशोक पागल द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक “ कहाँ हो परशुराम ” का मंचन दिनांक ० ४ जुलाई को रांची विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय में किया गया।
- नाटक के कलाकारों में शिशिर पंडित, सुशील अंकन, विश्वनाथ प्रसाद, रीना सहाय, अशोक पागल, ओमप्रकाश, कीर्तिशंकर वर्मा और मृदुला ने अभिनय किया।
- राजकीय सम्मान के साथ संपन्न अंत्योष्टि और सूर्यास्त की बेला में डा. मुंडा को मिट्टी देने के लिए मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, मंत्री चंपई सोरेन, गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू, डॉ. शैलेश सिन्हा, सुधीर महतो, शैलेंद्र महतो, सूर्य सिंह बेसरा, डॉ. वीपी केसरी, गिरधारी लाल गंझू, अशोक पागल, दूरदर्शन केंद्र रांची के निदेशक डॉ. शैलेश पंडित, राज्य महिला आयोग की सदस्य बासवी किड़ो समेत बड़ी संख्या में उनके शुभचिंतक, परिजन-मित्र मौजूद थे।